मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना 2025-26

मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना

भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे व्यवसायियों को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएँ चला रही हैं। इन्हीं में से एक है “मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना”, जिसका उद्देश्य गाँव-देहात में सड़क किनारे दुकानें चलाने वाले छोटे विक्रेताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, स्ट्रीट वेंडर्स, फेरीवाले और छोटे दुकानदार बिना किसी जटिल प्रक्रिया के ऋण प्राप्त कर सकते हैं।

अगर आप भी ग्रामीण क्षेत्र में छोटा व्यवसाय चलाते हैं और पूँजी की कमी के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं, तो यह योजना आपके लिए वरदान साबित हो सकती है। इस लेख में हम आपको इस योजना की पूरी जानकारी देंगे, जिसमें पात्रता, दस्तावेज़, आवेदन प्रक्रिया और लाभ शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना क्या है

यह एक सरकारी ऋण योजना है जिसे विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में फेरीवालों, स्ट्रीट वेंडर्स और छोटे दुकानदारों को आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू किया गया है। इस योजना के तहत, लाभार्थियों को कम ब्याज दर पर ऋण मिलता है, जिससे वे अपने व्यवसाय को बढ़ा सकें।

योजना के मुख्य उद्देश्य:

✔ ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा देना।
✔ छोटे दुकानदारों को बैंक ऋण की सुविधा प्रदान करना।
✔ अनौपचारिक क्षेत्र के व्यवसायियों को वित्तीय सुरक्षा देना।
✔ गाँवों में आर्थिक गतिविधियों को मजबूत करना

मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना के लाभ

कम ब्याज दर:* इस योजना के तहत ऋण पर ब्याज दर सामान्य बाजार दरों से कम होती है।

  1. बिना गारंटी के ऋण: छोटे विक्रेताओं को ज्यादा दस्तावेज़ या जमानत की जरूरत नहीं होती।
  2. आसान आवेदन प्रक्रिया: ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन किया जा सकता है।
  3. लोन की अधिकतम सीमा: अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग राशि निर्धारित की गई है, जो आमतौर पर 50,000 से 2 लाख रुपये तक हो सकती है।
  4. महिलाओं को प्राथमिकता: कई राज्यों में महिला विक्रेताओं को विशेष छूट दी जाती है।

मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना पात्रता मानदंड

इस योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा:

. आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
. आवेदक की आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
. केवल ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले फेरीवाले, स्ट्रीट वेंडर्स या छोटे दुकानदार ही पात्र हैं।
. आवेदक के पास आधार कार्ड, वोटर आईडी और बैंक खाता होना अनिवार्य है।
. कुछ राज्यों में, लाभार्थी को स्वयं का स्टॉल या दुकान होना आवश्यक हो सकता है।

आवश्यक दस्तावेज़ (Required Documents)

इस योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:

. आधार कार्ड (Aadhar Card)
. पैन कार्ड (PAN Card) – अगर उपलब्ध हो
. मतदाता पहचान पत्र (Voter ID)
. राशन कार्ड (Ration Card)
. बैंक खाता पासबुक (Bank Passbook)
. पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Size Photo)
. मोबाइल नंबर (Mobile Number – लिंक्ड होना चाहिए)

आवेदन कैसे करें (Application Process)

इस योजना के लिए आवेदन दो तरीकों से किया जा सकता है:

1. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

> स्टेप 1: अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट (जैसे https://pmswanidhi.mohua.gov.in/) पर जाएँ।
> स्टेप 2: “मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना” के सेक्शन में जाएँ।
> स्टेप 3: “Apply Now” बटन पर क्लिक करें और फॉर्म भरें।
> स्टेप 4: सभी जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें।
> स्टेप 5: आवेदन जमा करें और रेफरेंस नंबर नोट कर लें

ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया

स्टेप 1.अपने नजदीकी बैंक, ग्राम पंचायत या जिला प्रशासन कार्यालय से आवेदन फॉर्म लें।
स्टेप 2: फॉर्म को ध्यान से भरें और सभी दस्तावेज़ अटैच करें।
स्टेप 3: फॉर्म जमा करें और रसीद प्राप्त करे योजना की विशेषताएँ**

मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना की विशेषताएँ

ऋण राशि. ₹10,000 से ₹2 लाख तक (राज्य के अनुसार अलग-अलग)।
.ब्याज दर: 4% से 8% प्रति वर्ष (सब्सिडी के साथ)।
चुकौती अवधि: 1 से 3 साल तक।
.महिलाओं के लिए अतिरिक्त लाभ: कुछ राज्यों में 1% अतिरिक्त छूट।
. डिफॉल्ट पर जुर्माना नहीं: अगर समय पर भुगतान नहीं होता है, तो सामान्य ऋणों की तुलना में कम दंड

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. क्या शहरी क्षेत्र के विक्रेता भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं?**
उत्तर: नहीं, यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए है। शहरी विक्रेता PM स्वनिधि योजना का लाभ ले सकते हैं।

Q2. क्या इस ऋण को चुकाने में कोई छूट मिलती है?

उत्तर: हाँ, कुछ राज्य सरकारें समय पर ऋण चुकौती करने वालों को 5% की अतिरिक्त छूट देती हैं।

Q3. क्या बिना बैंक खाते के आवेदन किया जा सकता है?

उत्तर: नहीं, बैंक खाता अनिवार्य है क्योंकि ऋण राशि सीधे खाते में ट्रांसफर की जाती है।

Q4. ऋण मंजूर होने में कितना समय लगता है?

उत्तर: आमतौर पर 7 से 15 दिन का समय लग सकता है।

निष्कर्ष

मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना** गाँवों में छोटे दुकानदारों और फेरीवालों के लिए एक बेहतरीन वित्तीय सहायता कार्यक्रम है। अगर आप या आपके आसपास कोई छोटा व्यवसायी है जिसे पूँजी की जरूरत है, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएँ। सरकार की इस पहल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और लोगों को स्वरोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

अधिक जानकारी के लिए अपने जिला प्रशासन या बैंक से संपर्क करें!

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