मध्य प्रदेश सरकार ने कृषि उद्योग समागम-2025 के माध्यम से राज्य के कृषि क्षेत्र को एक नई दिशा देने का ऐतिहासिक कदम उठाया है। इस आयोजन में 52 औद्योगिक इकाइयों द्वारा ₹4376 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे 6164 नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। यह पहल न केवल किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होगी, बल्कि मध्य प्रदेश को कृषि-आधारित उद्योगों में एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करेगी।
कृषि उद्योग समागम-2025: एक संक्षिप्त परिचय
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित कृषि उद्योग समागम-2025 एक ऐसा मंच है, जहाँ कृषि और उद्योग जगत के हितधारकों को एक साथ लाया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य कृषि उत्पादों के मूल्य संवर्धन, प्रसंस्करण और निर्यात को बढ़ावा देना है। इस आयोजन में किसानों, उद्यमियों, निवेशकों और सरकारी प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिससे कृषि आधारित उद्योगों के विकास के लिए एक मजबूत रणनीति तैयार हुई।
मुख्य आकर्षण: निवेश और रोजगार
- ₹4376 करोड़ के निवेश प्रस्ताव
- 52 नई औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित होने की संभावना
- 6164 से अधिक रोजगार के अवसर
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री श्री नरसिंहपुर कुशवाह (@nskushwahbjp17) का विशेष योगदान रहा है।
कृषि उद्योग समागम-2025 के प्रमुख लाभ
1. किसानों की आय में वृद्धि
कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन से किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य मिलेगा। इससे कृषि लागत कम होगी और मुनाफा बढ़ेगा।
2. रोजगार के नए अवसर
कृषि आधारित उद्योगों के विस्तार से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रोजगार बढ़ेगा। युवाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ स्वरोजगार के मौके मिलेंगे।
3. निर्यात को बढ़ावा
मध्य प्रदेश के कृषि उत्पादों की गुणवत्ता को देखते हुए, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का विदेशों में निर्यात बढ़ेगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
4. कृषि अपशिष्ट का सदुपयोग
इस पहल के तहत कृषि अवशेषों से बायोफ्यूल, कंपोस्ट और अन्य उपयोगी उत्पाद बनाए जाएँगे, जिससे पर्यावरण संरक्षण भी होगा।
कृषि उद्योग समागम-2025: प्रमुख निवेश प्रस्ताव
इस आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े उद्योगपतियों ने निवेश के प्रस्ताव रखे, जिनमें शामिल हैं:
उद्योग का प्रकार | निवेश राशि (करोड़ ₹ में) | रोजगार के अवसर |
---|---|---|
फल एवं सब्जी प्रसंस्करण | 1200 | 1500 |
डेयरी उत्पादन | 850 | 1200 |
अनाज प्रसंस्करण | 750 | 1000 |
जैविक खाद निर्माण | 500 | 800 |
बायोफ्यूल उत्पादन | 450 | 700 |
अन्य | 626 | 964 |
इन निवेशों से मध्य प्रदेश के कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
कृषि उद्योग समागम-2025: भविष्य की रणनीति
मध्य प्रदेश सरकार ने इस समागम के माध्यम से कृषि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं:
1. किसान उद्योग संबंधित प्रशिक्षण
- किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक और प्रसंस्करण के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
- स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
2. कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास
- कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउसिंग सुविधाओं का विस्तार।
- फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना।
3. डिजिटल कृषि पहल
- ई-नाम और किसान समृद्धि पोर्टल के माध्यम से किसानों को बाजार से जोड़ा जाएगा।
- ड्रोन तकनीक और AI का उपयोग कर कृषि उत्पादकता बढ़ाई जाएगी।
किन क्षेत्रों में होंगे निवेश
फल-सब्जी प्रसंस्करण – 1200 करोड़ (1500 नौकरियां)
डेयरी उद्योग – 850 करोड़ (1200 नौकरियां)
अनाज प्रसंस्करण – 750 करोड़ (1000 नौकरियां)
जैविक खाद व बायोफ्यूल – 950 करोड़ (1500 नौकरियां)
निष्कर्ष: कृषि उद्योग समागम-2025 एक क्रांतिकारी पहल
कृषि उद्योग समागम-2025** राज्य के किसानों और उद्यमियों के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। इससे न केवल कृषि उत्पादन का मूल्य बढ़ेगा, बल्कि गांवों में रोजगार, नवाचार और आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। मध्य प्रदेश अब भारत का अग्रणी कृषि-उद्योग केंद्र बनने की ओर अग्रसर है!
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@nskushwahbjp17
यह पहल साबित करती है कि कृषि और उद्योग साथ चलें, तो गांवों का विकास अवश्यंभावी है!
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मध्य प्रदेश सरकार की यह पहल साबित करती है कि कृषि और उद्योग का समन्वय ही ग्रामीण विकास की कुंजी है।